मॅन मोहना
मॅन मोहनाअ
कान्हा सूनोना
तुम बिन पौन कैसे चाइना
तरसू तुम्ही को दिन रैन
छोड़के अपने काशी मथुरा
छोड़के अपने काशी मथुरा
आके बसाओ मोरे नैन
तुम बिन पौन कैसे चैन
कानहाअ
तरसू तुम्हिको दिन रैन
एक पल उजिराया आए
एक पल अंधियारा छाए
मॅन क्यूँ ना घबराए
कैसे ना घबराए
मॅन जो कोई धारा हा
अपनी राहों में पाए
कौन दिशा जाए
तुम बिन कौन समझाए
तुम बिन कौन समझाए
मॅन मोहनाअ
कान्हा सूनोना
तुम बिन पौन कैसे चाइना
तरसू तुम्ही को दिन रैन
छोड़के अपने काशी मथुरा
छोड़के अपने काशी मथुरा
आके बसाओ मोरे नैन
तुम बिन पौन कैसे चैन
कानहाअ
तरसू तुम्हिको दिन रैन
एक पल उजिराया आए
एक पल अंधियारा छाए
मॅन क्यूँ ना घबराए
कैसे ना घबराए
मॅन जो कोई धारा हा
अपनी राहों में पाए
कौन दिशा जाए
तुम बिन कौन समझाए
तुम बिन कौन समझाए
Comments
Post a Comment